May 13, 2025
बुद्धि दांत (तीसरा दांत) मानव मुंह में उभरने वाले अंतिम दांत हैं, आमतौर पर 16-25 वर्ष की आयु के बीच। आधुनिक मनुष्यों में छोटे जबड़े के आकार के कारण,बुद्धि के दांत अक्सर जगह की कमी के कारण प्रभावित या गलत हो जाते हैं, जिससे दर्द, संक्रमण और आसन्न दांतों को नुकसान होता है।
प्रमुख सांख्यिकीः
चीन में, 16-25 वर्ष की आयु के लगभग 54% लोगों के बुद्धि दांत फटने लगते हैं, जिनमें से 44% को प्रभाव या गलत संरेखण का अनुभव होता है।
निचले बुद्धि दांतों में ऊपरी दांतों की तुलना में 2.5 गुना अधिक चोट लगने की संभावना होती है, जिससे पेरीकोरोनिटिस और खोखलेपन का खतरा बढ़ जाता है।
मुख्य प्रश्न:
"क्या बिना दर्द के बुद्धि के दांत निकाले जाने चाहिए?"
"कौन सा बुद्धि दांत निकाला जाना चाहिए? कौन सा रह सकता है?"
निकासी के लिए सबसे अच्छा समय और जोखिम क्या है?
इस लेख में विज्ञान आधारित, निष्पक्ष मार्गदर्शन दिया गया है ताकि पाठकों को यह तय करने में मदद मिल सके कि बुद्धि दांत निकालना आवश्यक है या नहीं।
लक्षण:क्षैतिज या कोणीय रूप से बढ़ते हुए, आसन्न दांतों पर दबाव डालते हुए, दूसरे दांतों में भीड़, क्षय या जड़ क्षति का कारण बनते हैं।
जोखिमःलंबे समय तक दबाव रखने से पड़ोसी दांत ढीले हो सकते हैं और अंततः दोनों को निकालना पड़ सकता है।
लक्षण:सूजन, दर्दनाक मसूड़ों, मुंह खोलने में कठिनाई; गंभीर मामलों में चेहरे के संक्रमण या सेप्सिस हो सकते हैं।
समाधान:पहले तीव्र संक्रमण का इलाज करें, फिर पुनरावृत्ति को रोकने के लिए निकालें।
कारण:बुद्धि दांतों को साफ करने में कठिनाई के कारण दांतों में खोखलापन होता है।
मुद्दाःयदि ऊपरी/निम्न बुद्धि दांतों में समकक्ष नहीं होते हैं, तो वे अत्यधिक फट सकते हैं, चबाने और जबड़े के जोड़ों के कार्य को बाधित करते हैं।
ब्रैकेट:यदि बुद्धि दांतों के संरेखण में बाधा आती है तो उन्हें निकालने की आवश्यकता हो सकती है।
दंत चिकित्सा:कभी-कभी "बैक-अप दांत" के रूप में रखा जाता है यदि आसन्न दांत गायब हैं।
मानदंड:पूरी तरह से उभरा, विरोधी दांतों के लिए अच्छे काट संरेखण के साथ, कोई दर्द या क्षय नहीं।
संकेत:पूरी तरह से हड्डियों में दफन, आस-पास के दांतों पर कोई दबाव नहीं या सीस्ट गठन एक्स-रे के माध्यम से मॉनिटर।
कबःयदि प्रथम/द्वितीय दांत गायब हैं, तो बुद्धि दांतों को कभी-कभी ऑर्थोडॉन्टिक रूप से पुनर्स्थित किया जा सकता है।
किशोरों (13-18):जड़ें पूरी तरह से नहीं बनीं; निकालना आसान, तेजी से ठीक होना।
वयस्क (18-30):हड्डी अभी भी अनुकूलन योग्य है; कम जटिलताएं।
40 के बादःउच्च अस्थि घनत्व सर्जरी की कठिनाई और रिकवरी समय को बढ़ाता है।
सक्रिय संक्रमण(पहले इलाज)
मासिक धर्म/गर्भावस्था(रक्तस्राव का जोखिम/ भ्रूण संबंधी चिंताएं)
प्रणालीगत रोग(जैसे, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप, मधुमेह, रक्तस्राव विकार) ।
अल्पकालिक:सूजन, दर्द, मामूली रक्तस्राव (24 घंटे के लिए बर्फ के पैक के साथ प्रबंधनीय) ।
दीर्घकालिकःसूखी सोकेट (संक्रमण), होंठ की सुन्नता (आमतौर पर अस्थायी तंत्रिका जलन)
इमेजिंगःदांत की स्थिति, तंत्रिका निकटता का आकलन करने के लिए पैनोरमिक एक्स-रे या सीबीसीटी स्कैन।
एक अनुभवी सर्जन चुनें:जटिल मामलों में नर्व क्षति के जोखिम को कम करने के लिए मौखिक विशेषज्ञों की आवश्यकता होती है।
गर्भावस्था पूर्व जाँच:हार्मोन परिवर्तन से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है; समस्याग्रस्त दांतों को पहले से निकालें।
ऑपरेशन के बाद की देखभाल:
24 घंटों तक ब्रश करने/धोने से बचें
नरम खाद्य पदार्थों से चिपके रहें
यदि आवश्यक हो तो निर्धारित एंटीबायोटिक्स लें।
✅हटाएं यदिःप्रभावित, पुनरावर्ती संक्रमण, क्षय, कोई विपरीत दांत नहीं, या Orthodontic की जरूरत है।